श्रीमती मानवती शर्मा का जन्म उत्तराखंड में हुआ। वे महाराष्ट्र के पुणे शहर में पली-बढ़ी। पुणे में उन्होंने B.A., D. ED. की शिक्षा प्राप्त की और B.T. Shahani Navin Hind High School & Junior College में दस साल तक अध्यापिका बनकर कार्यरत रहीं। कविता लिखने में उनकी बचपन से ही रूची थी। उन्होंने पुणे स्थित ‘हिन्दी आंदोलन’ संस्था में 2005 में काव्य स्पर्धा में हिस्सा लिया था, जिसमें उन्हें प्रथम पुरस्कार मिला। शादी होने के बाद वे तमिलनाडू स्थानांतरित हो गई। उनके ससुर श्री हुक्मीचंद लाम्बीवाला जी स्वयं एक लेखक हैं। उनसे प्रेरित होकर कवयित्री ने यह पुस्तक लिखी।
आधुनिक समाज शिक्षित होने का कितना भी दावा कर ले, मगर सच यही है कि स्त्री के प्रति समाज की मानसिकता आज भी संकीर्ण ही है। ‘हूक’, यह पुस्तक हर उस स्त्री की चीख है, जो आज भी सामाजिक बंधनों और अर्थहीन परंपराओं में घुटकर जीने के लिए मजबूर हैं।
Website: Manvati Anand Sharma
No comments:
Post a Comment