Wednesday 8 May 2019

“Ek Anokhi Jeevan Yatra” By Harsh Vardhan

मैं बिहार के समस्तीपुर जिले के पुनास नामक गाँव से हूँ। हमारा एक मध्यम-वर्गीय परिवार रहा है।
मेरा जन्म 13 जून 1938 ई॰ को मद्रास (अब चेन्नई) शहर मे हुआ। वहाँ मेरे माता-पिता कुछ वर्षों से महात्मा गांधी द्वारा सन् 1918 में स्थापित “दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा” के अंतर्गत हिन्दी प्रचार का कार्य कर रहे थे। इस कारण मेरी प्रारंभिक शिक्षा वहाँ के विद्यालयों मे हुई तथा तमिल मेरी द्वितीय भाषा रही। 
दक्षिण भारत के स्त्री समाज की तुलना में बिहार के स्त्री-वर्ग को अल्प-शिक्षित तथा दकियानूसी विचारों से घिरा देखकर माँ-बाबूजी को विचार आया कि इसी क्षेत्र में अपने राज्य में सामाजिक कार्य करना चाहिए। अतः वे सन् 1946 में दक्षिण भारत छोड़ बिहार वापस आ गए और शीघ्र ही लखीसराय “बालिका-विद्यापीठ” नामक संस्था की स्थापना की। उनके साथ मैं भी बिहार आ गया। अतः मेरी पढ़ाई सातवें वर्ग से मैट्रिक तक की लखीसराय में, स्नातक स्तर की मुंगेर में तथा एम॰ए॰ की पटना में हुई। 
सन् 1963 में प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से मैंने प्रशासनिक सेवा में प्रवेश किया। सन् 1996 में मैं सेवा-निवृत्त होकर पटना में रह रहा हूँ। 
यह मेरी प्रथम कृति है ।
यह जीवनी एक ऐसे दंपति की है जिसमें दोनों ही 100 वर्षो से अधिक पूर्व बिहार के सुदूर देहाती क्षेत्र में पैदा हुए जहां न बिजली, न अच्छी सड़कें और न नजदीक में कोई माध्यमिक स्तर का विद्यालय तथा न घर पर वैसे माता-पिता अथवा अभिभावक जो इन्हें शिक्षा ग्रहण करने की ओर प्रेरित कर सकें। फिर भी इनका भाग्य-चक्र कहें या अच्छे संयोग, ये दोनों विवाहोपरांत इस प्रकार के परिवेश से निकल कर पुर्नतहः अनपेक्षित प्रदेश और समाज मे पहुँच गए जो भाषा, शिक्षा, सामाजिक व्यवस्था आदि हर दृष्टिकोण से इनके लिए एक नया संसार था। वहाँ पर अपनी इच्छा-शक्ति और कर्मठता से ये आगे बढ़े। यह कल्पनातीत है कि इन्होंने महात्मा गांधी और डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद का सान्निध्य पाया और अपने राज्य में स्त्री-शिक्षा के क्षेत्र में “शांति निकेतन” और भारत रत्न “डॉ॰ कर्वे‘‘ के “स्त्री शिक्षण संस्थान”, पुणे से प्रेरणा लेकर बिहार की अपने प्रकार की पहली संस्था “बालिका विद्यापीठ” की स्थापना की और उसे पुष्पित-पल्लवित किया। 
यह पुस्तक उनके कष्टों और आंसुओं, प्राप्तियों और खुशियों का लेखा-जोखा शब्दों मे उतारने का प्रयास है।
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